एक ही कुल में विवाह की परंपरा
एक ही कुल में विवाह की परंपरा
1 - जादौन क्षत्रियों में अलीगढ़ आगरा एटा हाथरस बुलंदशहर मथुरा गाजियाबाद गौतमबुद्धनगर आदि मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्से में उपगोत्र या उपकुल बचाकर आपस में विवाह होते हैं !
2 - चौहान और भदौरिया क्षत्रिय एक ही कुल के हैं आपस में विवाह करते हैं !
3 - मेरठ बागपत बिजनौर के कुछ चौहान आपस में विवाह करते हैं !
4 - गुजरात में जडेजा चूड़ासमा और सरवइया क्षत्रिय एक ही कुल के हैं आपस में विवाह करते हैं !
5 - सिसोदिया और कुशवाहा क्षत्रिय एक ही कुल के हैं आपस में विवाह करते हैं !
6- कुशवाह एवं राठौर कुश के वंशज अयोध्या के आखिरी राजा सुमित के पुत्रों के वंशज हैं जो आपस में शादी करते हैं l
7- सिसोदिया एवं बडगूजर ( राघव / सिकरवार ) दोनों ही लव के वंशज हैं आपस में शादी करते हैं ।
8- परिहार एवं बेस लक्ष्मण के वंशज हैं आपस में
शादी करते हैं ।
9- मध्य प्रदेश के शिवपुरी क्षेत्र में रघुवंशी राजपूत भी आपस में शादियां करते हैं उन्होंने अपनी जागीरों और अपने निकास क्षेत्र के आधार पर कुल बना रखे हैं जिन्हें हम उप गोत्र भी कह सकते हैं।आपस में शादी करते हैं ।
10- अयोध्या के राजा श्री राम और जनक की पुत्री देवी सीता दोनों ही इक्ष्वाकु वंश के थे दोनों की शादी हुई।
ऐसे ही अनेक उदाहरण हैं परंतु क्षत्रियों की विभिन्न शाखाएं सातवीं पीढ़ी के बाद कुल बदला जा सकता है उसके आधार पर बनी हुई है उसी हिसाब से शादियां आपस में करते आए हैं जो परिस्थिति एवं क्षेत्र के आधार पर शादी करने का प्रचलन इस प्रकार का बना है ।
वैसे ब्राह्मणों मैं पालीवाल पालीवाल में करते हैं ऐसे ही अन्य ब्राह्मण भी खुद के कुल में ही शादी करते हैं ।
क्षत्रियों में दूसरे कुल में शादी करने की परंपरा वैदिक काल के बाद प्रारंभ हुई है क्योंकि क्षत्रिय आपस में लड़ते थे रिश्तेदार बनकर आपस में ना लड़े इसलिए अन्य कुल में शादी करने की परंपरा बनी ।
किसी भाई के पास इसी तरह की कोई और जानकारी हो तो कृपया बताएं।
डी पी सिंह जादौन
माता जानकी जी व राजा राम भी एक कुल के थे
जवाब देंहटाएंकोई कारण विशेष इस प्रकार के विवाह का। आपका लेख पुष्ट सूचनाओं पर आधारित नहीं है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर जानकारी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर जानकारी दी है l
जवाब देंहटाएंधन्यवाद, Jai banshee wale, श्री श्याम
समान कुल गोत्र में शादी करने से रक्त दूषित होता है विज्ञान के हिसाब से भी जींस में खतरनाक बदलाव होते हैं इससे कई बीमारियां या बच्चे अपाहिज पैदा होते हैं विज्ञान के हिसाब से भी जेनेटिक कोड 7 पीढियों के बाद चेंज हो जाता है।तब समान गोत्र में विवाह किया जा सकता है।
जवाब देंहटाएं