स्पष्टीकरण

 टमकौलिया या टमकौले और केबला बागी या केबला बाग कोई उपगोत्र नहीं हैं इनका असली गोत्र वैश्नावत या वैश्णावत है।

बकरतुल्ला और बडगइयां दोनों एक ही गोत्र हैं।


टिप्पणियाँ

  1. टमकोलिया या टमकौले और केबला बाग नहीं काला बाघ को बिना हथियारों की सहायता से मारने वाले ही अपभ्रंश कहला बागा कहलाते हैं ,जिनका गोत्र वैशणावत् है।आज के समय में टमकौली, सोंगरा, जोसिया (नजदीक भरतपुर बाढ़ौन),जिला अलीगढ़ व अन्य कुछ जगहों पर कम संख्या में मौजूद हैं।

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